हैरान कर देने वाले मामले में एक शादीशुदा महिला से मिलने पहुंचे प्रेमी और उसके दोस्त को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। इसके बाद तीन गांवों की संयुक्त ग्रामसभा में सामाजिक परंपरा के तहत महिला को प्रेमी के साथ भेजने का फैसला सुनाया गया। घटना झारखण्ड के सरायकेला-खरसावां जिले के आरआईटी थाना क्षेत्र अंतर्गत सीतारामपुर के पलाशडीह गांवमें सोमवार रात सामने आई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चांडिल के चिलगू पंचायत का एक युवक अपने मित्र के साथ कार में सवार होकर पलाशडीह गांव स्थित अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंचा था। जब वह महिला को कार में बैठाकर गांव से बाहर ले जाने लगा, तभी ग्रामीणों को इसकी भनक लग गई। उन्होंने कार को घेर लिया, युवक की पिटाई की और दोनों युवकों को महिला समेत बंधक बना लिया।
घटना की जानकारी मिलते ही आरआईटी थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह और एसडीपीओ समीर कुमार सवैया दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने इसे “सामाजिक मामला” बताते हुए पुलिस के हस्तक्षेप का विरोध किया। तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस को पीछे हटना पड़ा। थाना प्रभारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी रात मौके पर तैनात रही।
मंगलवार को गांव में तीनों पक्षों—महिला के ससुराल, मायके और प्रेमी के गांव—के माझी बाबा की उपस्थिति में ग्रामसभा आयोजित की गई। सुबह से शाम तक चली बैठक में महिला ने अपने पति को छोड़ प्रेमी के साथ रहने की इच्छा जताई। इसके बाद तीनों माझी बाबाओं ने संयुक्त रूप से महिला को प्रेमी के साथ भेजने का निर्णय लिया।
ग्रामसभा के फैसले के अनुसार, प्रेमी युवक पर एक लाख रुपये और महिला के पूर्व पति पर 22 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। ग्रामसभा की निगरानी में सामाजिक रीति-रिवाज के अनुसार महिला का पूर्व पति से तलाक करवा कर प्रेमी से विवाह संपन्न कराया गया।
पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति में बिना किसी अप्रिय घटना के ग्रामसभा की प्रक्रिया पूरी हुई। सभी पक्षों की आपसी सहमति के बाद महिला को प्रेमी के साथ भेज दिया गया।