ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के प्रमुख और पूर्व सांसद बदरुद्दीन अजमल ने बुधवार को एक सनसनीखेज बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में संसद भवन और उसके आसपास की सभी इमारतें वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर बनी हैं।
अजमल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि वसंत विहार से लेकर एयरपोर्ट तक का पूरा क्षेत्र वक्फ की जमीन पर स्थित है। उनका आरोप है कि सरकार इस वक्फ बोर्ड की 9.7 लाख बीघा जमीन हड़पना चाहती है और उन्होंने वक्फ की जमीन मुस्लिम समाज को सौंपने की मांग की है।
एएनआई के अनुसार उन्होंने वक्फ बिल का भी विरोध करते हुए कहा, “बिना अनुमति के वक्फ की जमीन का उपयोग करना गलत है। अगर सरकार इसी तरह चलती रही, तो वह बहुत जल्द सत्ता खो देगी।”
इस बीच, विपक्षी सांसदों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक के दौरान संसदीय आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है।
पत्र में विपक्षी सांसदों ने समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल पर पक्षपातपूर्ण तरीके से कार्यवाही संचालित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक वक्फ घोटाला रिपोर्ट 2012 के आधार पर प्रस्तुत नोट में केवल राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप थे, जबकि वक्फ विधेयक पर कोई ठोस टिप्पणी नहीं थी।