देश में एक बार फिर से एक साथ लाखों रुपए कैश और गहने बरामद किए गए हैं। झारखंड में विद्युत वितरण निगम और उत्पादन निगम से जुड़े 109 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। एटीएस की एसआईटी ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से दो प्रमुख आरोपी एक कैशियर और एक बैंक प्रबंधक हैं।
इस जांच के दौरान गिरिजा प्रसाद सिंह (जेटीडीसी का कैशियर) और अमरजीत कुमार (केनरा बैंक का पूर्व शाखा प्रबंधक) को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, साजिशकर्ता रुद्र कुमार सिंह और लोकेश्वर प्रसाद को भी गिरफ्तार किया गया। उनके ठिकानों से करीब 85 लाख रुपये नकद और 15 लाख रुपये के सोने के गहने बरामद हुए हैं, जो कि फर्जी निकासी से अर्जित किए गए थे।
जांच में पता चला है कि 300 से अधिक फर्जी खाते खोले गए हैं, जिनमें सबसे ज्यादा खाते उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक में पाए गए हैं। अब तक 39.70 करोड़ रुपये इन फर्जी खातों में फ्रिज किए जा चुके हैं।
झारखंड ऊर्जा उत्पादन निगम लिमिटेड में 40 करोड़ 50 लाख रुपये के हेरफेर के आरोप में तीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इनमें महाप्रबंधक वित्त एवं लेखा, उपमहाप्रबंधक, वित्त एवं लेखा, और वरिष्ठ प्रबंधक वित्त एवं लेखा शामिल हैं। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो इन पर निलंबन से लेकर बर्खास्तगी तक की कार्रवाई की जा सकती है।