उत्तराखंड में नाबालिग किशोरी से गैंगरेप के सनसनीखेज मामले में नया मोड़ आ गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अब जांच की जिम्मेदारी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) को सौंप दी गई है। पुलिस ने पहले ही पीड़िता की मां समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
दरअसल यह पूरा मामला हरिद्वार जिले में सामने आया। जानकारी के अनुसार, आरोपी महिला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की पूर्व नेता रह चुकी है। महिला अपने पति से अलग होकर अपने प्रेमी के साथ रहती थी, और उसके साथ उसकी नाबालिग बेटी भी रहती थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसकी मां ने अपने प्रेमी और एक अन्य मित्र के साथ मिलकर उसे कई बार होटलों में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म कराया।
कुछ समय पहले नाबालिग लड़की अपने पिता के पास रहने आई थी। इस दौरान वह काफी गुमसुम और डरी-सहमी रहती थी। पिता ने जब उसका हालचाल पूछा, तो लड़की ने आपबीती सुनाई। बेटी की दर्दनाक कहानी सुनने के बाद पिता ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी मां और उसके दोनों साथियों को गिरफ्तार कर हरिद्वार जेल भेज दिया।
जैसे ही इस मामले की जानकारी सार्वजनिक हुई, बीजेपी ने आरोपी महिला को तत्काल पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी ने स्पष्ट किया कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की संवेदनशीलता नहीं बरती जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के आदेश पर इस मामले की जांच अब एसआईटी को सौंपी गई है। हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि एसपी सिटी पंकज गैरोला के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया गया है। टीम में लक्सर की सीओ नताशा सिंह समेत कई अनुभवी अधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल हैं।
एसएसपी डोबाल ने कहा, “एसआईटी को निर्देश दिए गए हैं कि वह निष्पक्ष और गहराई से जांच करे। जांच पूरी होने के बाद चार्जशीट दाखिल की जाएगी और अन्य कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
फिलहाल पीड़िता को सुरक्षा में रखा गया है और उसकी काउंसलिंग करवाई जा रही है। पूरे प्रदेश में इस घटना को लेकर गुस्सा और सदमे का माहौल है। अब सभी की नजरें एसआईटी की जांच पर टिकी हैं, जिससे उम्मीद की जा रही है कि पीड़िता को जल्द न्याय मिलेगा।