हड़बड़ी में पकड़ी गयी ट्रेन कई बार यात्रियों के लिए मुसीबत खड़ी कर देती है। ऐसे यात्री कई बार ट्रैफिक में फंस कर स्टेशन देरी से पहुंचते हैं तो कई बार लापरवाही के कारण ऐसे स्थितियां पैदा हो जाती हैं। पूर्वोत्तर रेलवे इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जिसके बाद यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी और दोबारा ऐसी गलती न करने की कसम तक खा डाली।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चन्द्र के अनुसार यात्रा के दौरान महिलाओं की सुरक्षा भारतीय रेलवे की प्राथमिकतओं में शामिल है। इसी क्रम में रेलवे द्वारा ऑपरेशन ‘महिला सुरक्षा‘ चलाया जाता है। इसके तहत महिला कोच में यात्रा करने वाले पुरुष यात्रियों के खिलाफ धर-पकड़ अभियान चलाया चलाया जा रहा है।
इसी कड़ी में 1 मई से 15 मई 2024 तक ऑपरेशन ‘महिला सुरक्षा‘ के तहत अभियान चलाया गया। रेलवे सुरक्षा बल की टीम द्वारा पूर्व मध्य रेल के विभिन्न रेलखंडों पर महिला कोच में यात्रा करने के आरोप में रेल अधिनियम की धारा 162 के तहत कुल 615 पुरुष यात्रियों को हिरासत में लिया गया।