उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के थाना डौकी क्षेत्र में 31 वर्षीय युवक की दर्दनाक मौत हुई। युवक को तीन महीने पहले कुत्ते ने काट लिया था। परिवार के लोगों ने बताया कि उसने देसी दवा ले ली थी, लेकिन रेबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाया था।
इस घटना के तीन महीने बाद अब जाकर उसके व्यवहार में अचानक बदलाव आ गया। युवक को पानी से डर लगने लगा। वहीं कभी-कभी उसके मुंह से कुत्ते के भौंकने जैसी आवाज भी आती थी। इससे घबराए परिवार के लोग युवक को डॉक्टर के पास ले जाते, उससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
थाना डौकी क्षेत्र के बाजिदपुर के रहने वाले 31 वर्षीय गोविंद पुत्र बालमकुंद को तीन महीने पहले कुत्ते ने काट लिया था। मृतक की पत्नी ने बताया कि गोविंद बाइक से जा रहे थे। तभी कुत्ते ने उनके पैर में झपट्टा मारा और काट लिया। इसके बाद गोविंद ने रेबीज का इंजेक्शन नहीं लगवाया, बल्कि वो किसी गांव से ही ऐसे ही देसी दवा ले आया था। उसके बाद से कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन 25 जून की रात को अचानक से गोविंद के व्यवहार में परिवर्तन आ गया।
गोविंद को पानी से डर लगने लगा। वहीं कभी-कभी मुंह से कुत्ते की तरह भौंकने की आवाज सुनाई देने लगी। परिवार के लोग ये देख घबरा गए। गोविंद को उपचार के लिए कहीं ले जाया जाता, उससे पहले ही मौत हो गई। गोविंद की मौत के बाद पूरा परिवार दहशत में है। क्योंकि वो इतने दिन तक साथ रहे। इस वजह से गोविंद की पत्नी अपनी दोनों बच्चियों के साथ रेबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए जिला अस्पताल पहुंची थीं।