उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर कांग्रेस ने सख्त रुख अपनाया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पाबौ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सुधीर रावत को तत्काल प्रभाव से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके साथ ही दो अन्य नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष (संगठन एवं प्रशासन) सूर्यकान्त धस्माना ने बताया कि सुधीर रावत ने पार्टी लाइन से हटकर ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पार्टी समर्थित प्रत्याशी का खुलकर विरोध किया और कनिष्ठ प्रमुख पद के लिए स्वयं विपक्षी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। इस कृत्य को कांग्रेस ने न सिर्फ पार्टी अनुशासन के विरुद्ध माना, बल्कि इसे जनता और कार्यकर्ताओं की भावनाओं के साथ विश्वासघात बताया है।
साथ ही, प्रदेश कांग्रेस सचिव दीपक असवाल और पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष तारा नेगी पर भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने का आरोप है। दोनों नेताओं द्वारा पार्टी समर्थित उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने की शिकायत मिलने पर कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए हैं।
श्री धस्माना ने कहा कि कांग्रेस एक अनुशासित राजनीतिक संगठन है और पार्टी अनुशासन को तोड़ने वालों के खिलाफ किसी भी स्तर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी लाइन से हटकर कार्य करने वालों को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।