उत्तराखंड के कुमाऊँ मंडल में शनिवार को एक सनसनीखेज मामला सामने आया। नैनीताल जिले के उमेदपुर गांव में 78 वर्षीय रक्सपाल सिंह पूरेवाल की घर के अंदर गोली लगने से मौत हो गई। घटना को प्रथम दृष्टया आत्महत्या माना जा रहा है, लेकिन पुलिस सभी संभावित पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच कर रही है।
रक्सपाल सिंह अपनी पत्नी के साथ अकेले रहते थे। उनके दोनों बेटे विदेश में—एक कनाडा और दूसरा अमेरिका में—रहते हैं। घर की देखरेख के लिए एक युवक को रखा गया था। रक्सपाल के पास उनकी लाइसेंसी रिवॉल्वर भी मौजूद थी, जिससे गोली चलने का संदेह है।
घर में काम करने वाले युवक सुभाष के अनुसार वह सुबह आंगन में पेड़ की छंटाई कर रहा था, तभी अचानक घर के भीतर से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जब वह अंदर पहुँचा तो रक्सपाल सिंह खून से लथपथ पड़े थे। उसने तुरंत शोर मचाकर पड़ोसियों को और फिर पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुँची। एसपी सिटी मनोज कत्याल ने बताया कि बुजुर्ग की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। साथ ही फॉरेंसिक टीम (FSL) को भी बुलाकर घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए।
पड़ोसियों का कहना है कि रक्सपाल सिंह कुछ समय से डिप्रेशन की दवाएं ले रहे थे, जिससे मानसिक तनाव में होने की आशंका है। उनका मानना है कि इसी अवसाद ने उन्हें आत्मघाती कदम उठाने की ओर धकेला होगा। हालांकि पुलिस का कहना है कि जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, किसी निष्कर्ष पर पहुँचना उचित नहीं है।
पुलिस हथियार की फॉरेंसिक जांच, मानसिक स्थिति, पारिवारिक हालात और घटनास्थल की परिस्थितियों सहित हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।


