उत्तराखंड के कुमाऊ मण्डल के पिथौरागढ़ जिले के बेरीनाग के एक गांव में चाइल्ड हेल्पलाइन और पुलिस की संयुक्त टीम ने मंगलवार को किशोरी को विवाह बंधन में बंधने से बचाया है।
मंगलवार को चाइल्ड हेल्पलाइन टीम को सूचना मिली कि मई माह में एक गांव में नाबालिग का विवाह होना तय हुआ है। चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक लक्ष्मण सिंह के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। चाइल्ड हेल्पलाइन परियोजना समन्वयक ने बताया कि लड़की के जन्म प्रमाणपत्र की जांच की तो उम्र 16 वर्ष पाई गई।
मौके पर पहुंची टीम ने परिजनों की काउंसलिंग की और उन्हें बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम की जानकारी दी। लड़की के माता-पिता को बताया कि बाल विवाह कानूनन जुर्म है। लड़की के माता-पिता ने अपनी गलती मानते हुए बालिग होने पर ही बेटी का विवाह करने की बात कही है। टीम में केस वर्कर उर्मिला कार्की, एएचटीयू से दीपक खनका, निर्मल किशोर, रणबीर कंबोज मौजूद रहे।