उत्तराखण्ड कुमाऊं क्राइम हल्द्वानी

कुमाऊं…..पटवारी ने मांगी रिश्वत, विजिलेंस ने रंगेहाथ पकड़ा

खबर शेयर करें -

हल्द्वानी। विजिलेंस टीम ने रिश्वतखोरी के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए हल्का पटवारी देवेंद्र सिंह बोरा को 2,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह पूरा मामला पट्टी नंदीगांव, तहसील काफलीगैर, जनपद बागेश्वर का है।

शिकायतकर्ता ने विजिलेंस अधिष्ठान में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसने अपनी जमीन का दाखिल-खारिज करवाने के लिए आवेदन किया था, जिसके लिए पटवारी ने 2,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता ने पहले ही 1,000 रुपये पटवारी को दिए थे, और जब वह शेष 1,000 रुपये की दूसरी किस्त देने जा रहा था, तब विजिलेंस टीम ने उसे पकड़ लिया।

यह भी पढ़ें 👉  आपदा में साथ है केंद्र...पीएम मोदी ने खोला राहत का खजाना, 'पीएम केयर्स' से मिलेगी नई ज़िंदगी

गिरफ्तारी के बाद, विजिलेंस टीम ने आरोपी के आवास की तलाशी और अन्य संपत्तियों के संबंध में पूछताछ शुरू की है। निदेशक सतर्कता डॉ. वी. मुरुगेशन ने ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड...इन कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! मिला ये बड़ा तोहफा

यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगता है या अवैध संपत्ति अर्जित करता है, तो लोग टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1064 और व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9456592300 पर संपर्क कर सकते हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ इस अभियान में सभी से सहयोग की अपील की गई है।

यह भी पढ़ें 👉  आपके नाम से मनी लॉन्ड्रिंग हुई है!...फोन पर हुआ ‘डिजिटल ड्रामा’— बना डाली 59 लाख की स्क्रिप्ट!
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में