देश के कई राज्यों में कोविड-19 के नए JN.1 वेरिएंट के मामलों में वृद्धि के बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और निगरानी प्रणाली (सर्विलांस) को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार भी अलर्ट मोड पर आ गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर के अस्पतालों और स्वास्थ्य विभाग को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार राज्य में कोविड सर्विलांस को तेज कर दिया गया है। इसके तहत सभी जिलों की आईडीएसपी (इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम) टीम को निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं, विशेषकर ऐसे क्षेत्रों में जहां एक साथ कई लोगों में संक्रमण के लक्षण सामने आएं।
प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण वाले मरीजों की स्क्रीनिंग और कोरोना जांच सुनिश्चित करने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को संदिग्ध मामलों पर तत्काल कार्रवाई के लिए तैयार रहने के निर्देश भी दिए गए हैं।
डॉ. कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल उत्तराखंड में कोविड का कोई भी सक्रिय मामला सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी 13 जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को सतर्कता बनाए रखने को कहा गया है। किसी भी संदिग्ध मरीज की जानकारी तुरंत राज्य स्तर पर साझा करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि एशिया के कई देशों के साथ-साथ भारत के कुछ राज्यों में कोविड मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। हाल ही में मुंबई में कोविड से दो मौतें भी दर्ज की गई हैं, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। इसी के मद्देनज़र राज्य सरकारें अपनी तैयारी को पुख्ता कर रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाएं और लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।