पुलिस की हैरान और शर्मशार कर देने वाली करतूत सामने आई है। झारखंड के गुमला जिले में एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता से थाने में मारपीट और मामले को दर्ज नहीं करने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद पालकोट थाना प्रभारी मोहम्मद जहांगीर और घाघरा के दो पुलिसकर्मियों को एसपी शंभु सिंह ने निलंबित कर दिया।
निलंबित पुलिसकर्मियों में घाघरा के एएसआई कृष्ण कुमार और महिला आरक्षी दिना टोप्पो शामिल हैं। घाघरा थानेदार तरुण कुमार ने भी यह स्वीकार किया कि ओडी अफसर कृष्ण कुमार ने आरोपी को थाने बुलाकर बाद में उसे छोड़ दिया था।
इस मामले की जांच करने के लिए बसिया एसडीओ जयवंती देवगन और गुमला की डीएसडब्ल्यूओ आरती कुमारी घाघरा थाना पहुंची। जांच में यह भी सामने आया कि घटना के दौरान सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए गए थे, जिससे मामले में और भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, 17 दिसंबर की रात को पालकोट थाना क्षेत्र की एक नाबालिग लड़की दुष्कर्म की शिकायत लेकर घाघरा थाने पहुंची थी, लेकिन उसे वहां से भगा दिया गया। ओडी अफसर कृष्ण कुमार ने उस वक्त दुष्कर्म के आरोपी को थाने बुलाया और बाद में उसे छोड़ दिया।
इसके बाद पीड़िता पालकोट थाना पहुंची, जहां उसके साथ थाने में मारपीट की गई। इस मामले की जांच एसडीपीओ को सौंपी गई थी, जिनकी रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।