उत्तराखण्ड कुमाऊं चंपावत पर्व

काली कुमाऊं की खड़ी होली……सीएम धामी ने मिलाए कदम से कदम, बजाया ढ़ोल

खबर शेयर करें -

चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गौरलचौड़ मैदान में आयोजित होली मिलन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर होली खेली। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आए होलियारों ने एक से बढ़कर एक होली गाई।

गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चंपावत में काली कुमाऊं की सुप्रसिद्ध खड़ी होली में प्रतिभाग कर होलियारों के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ी होली का गायन किया। होलियारों का उत्साह वर्धन करने के लिए मुख्यमंत्री धामी ढोल बजाते नजर आए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा चंपावत जिले के पहाड़ी क्षेत्र में एकादशी पर्व पर चीर बन्धन के साथ शुरू होने वाली खड़ी होली की अपने आप में एक महत्वपूर्ण परंपरा रही है। यह हमारी धरोहर है। इसका हम सब ने मिलकर संरक्षण करना होगा।

यह भी पढ़ें 👉  केदारनाथ उपचुनाव.....9वां राउंड- कांग्रेस की छलांग, देखें अपडेट

उन्होंने कहा चंपावत काली कुमांउ की होली अपने आप में एक अलग पहचान रखती है। इस काली कुमांउ की विख्यात होली में सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कदम से कदम मिलाकर होली का खुब आनंद लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ की होली से उन्हे आज भी बहुत लगाव है। सीएम ने कहा कि चंपावत जिले को जल्द ही मॉडल जिले के रूप में आपको देखने को मिलेगा। कहा कि हर वर्ग के लोगों को साथ में लेकर सरकार कार्य कर रही है। जिले के साथ साथ उत्तराखंड में लगातार नए नए आयाम स्थापित कर रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  केदारनाथ उपचुनाव...... चौथा राउंड- इस प्रत्याशी की भारी बढ़त, कांग्रेस खिसकी
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में