अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर एम बी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग और करियर काउंसलिंग सेल ने संयुक्त रूप से एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एन एस बनकोटी, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर डॉ. बी आर पंत, और विभाग अध्यक्षा डॉ. सोनी टम्टा द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए डॉ. सोनी टम्टा ने साक्षरता से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाया। इस अवसर पर, प्रतिभागियों ने डिजिटल साक्षरता, मिस इनफॉरमेशन एज में साक्षरता, सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में साक्षरता की भूमिका, कोविड का साक्षरता दर पर प्रभाव, और महिला सशक्तिकरण जैसे मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
विद्यार्थियों ने आंकड़ों और तथ्यों के माध्यम से साक्षरता के विभिन्न पहलुओं पर प्रासंगिक विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने साक्षरता की सामाजिक विषमताओं, विशेषकर महिला साक्षरता की विषमताओं और साक्षरता की सामाजिक परिवर्तन में भूमिका पर भी विचार किया।
कार्यक्रम में 39 विद्यार्थियों ने भाग लिया और अनेक छात्र भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नवल किशोर लोहनी द्वारा किया गया। निर्णायक मंडल में डॉ. अनिता जोशी (बीएड विभाग), डॉ. अंजु बिष्ट (गृह विज्ञान विभाग), और डॉ. एस सी टम्टा (इतिहास विभाग) शामिल थे।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सूरज आर्य, द्वितीय स्थान नेहा जोशी, और तृतीय स्थान विवेक हरबोला ने प्राप्त किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षाशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ. रोहित कुमार कांडपाल, डॉ. मनीष नरियाल, दिनेश कुमार, डॉ. संजय सुनाल, ममता अधिकारी, गौरवेन्द्र देव आर्य, कंचन भट्ट, स्वाति साहनी, वर्षा चावला, आयुष भारती, रश्मि आर्या, और सुमन का विशेष योगदान रहा।