उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी (UKSSSC) पेपर लीक मामले ने एक बार फिर भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन तेज़ हो गए हैं और बेरोजगार युवाओं का गुस्सा लगातार बढ़ रहा है। अब इस मामले में एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है, जिसमें एक उम्मीदवार खालिद का नाम सामने आया है।
आयोग की प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि खालिद ने परीक्षा में शामिल होने के लिए चार अलग-अलग पहचान के साथ आवेदन किया था। हैरानी की बात ये रही कि हर फॉर्म में अलग-अलग नाम, मोबाइल नंबर, पिता का नाम और यहां तक कि तस्वीरें तक भिन्न थीं। UKSSSC के सचिव एस.के. बर्नवाल ने यह जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस तरह की हरकत ने खालिद को सीधे शक के दायरे में ला दिया।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, उत्तराखंड STF ने कार्रवाई तेज़ कर दी। खालिद की गिरफ्तारी से पहले पुलिस ने हरिद्वार के लक्सर थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर से उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया है। वहीं, उसकी दूसरी बहन हिना से भी पूछताछ की गई। पूछताछ में हिना ने पुलिस को बताया कि खालिद ने पहले ही घर में बताया था कि उसने कई परीक्षा फॉर्म इसलिए भरे हैं ताकि जिस सेंटर पर नकल की सेटिंग होगी, वहीं जाकर पेपर दे सके।
इस मामले की जांच की ज़िम्मेदारी पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) जया बलूनी को सौंपी गई है। उनकी टीम अब खालिद की तलाश में जुटी है और पूरे नेटवर्क की कड़ियाँ जोड़ी जा रही हैं।