जमीन संबंधी मामलों में गंभीर लापरवाही और कथित साजिश के आरोपों के बाद एसएसपी की बड़ी कार्रवाई हुई है। उत्तर प्रदेश के बरेली में सामने आए इस मामले के बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने शनिवार देर रात बड़ी कार्रवाई करते हुए बारादरी थाना इंस्पेक्टर सुनील कुमार, चौकी प्रभारी सेटेलाइट राजीव कुमार शर्मा और हेड कांस्टेबल अनिल कुमार को निलंबित कर दिया। एसएसपी ने इस मामले की जांच एसपी सिटी मानुष पारीक को सौंप दी थी, जिनकी रिपोर्ट में तीनों पुलिसकर्मियों को दोषी पाया गया था।
मोहम्मद इलियास, जो कि आकाशपुरम निवासी हैं, ने एसएसपी से शिकायत की थी कि उनकी पत्नी शाहीन सगीर के नाम पर नवादा शेखान में एक जमीन है, जिस पर वह नर्सरी और बेंत का फर्नीचर व्यवसाय करते हैं। इलियास ने आरोप लगाया कि निलंबित चकबंदी लेखपाल सावन कुमार और उसके गिरोह के सदस्य इस जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
इलियास ने दावा किया कि जब उन्होंने इस मामले में बारादरी थाना पुलिस से शिकायत की तो न केवल उन्हें सहायता नहीं मिली, बल्कि पुलिस ने मौके पर आकर उल्टे उन्हें हवालात में बंद कर दिया। इलियास का कहना है कि थाना प्रभारी सुनील कुमार, चौकी प्रभारी राजीव शर्मा और हेड कांस्टेबल अनिल कुमार ने लेखपाल के साथ मिलकर अवैध कब्जे में मदद की। शिकायत के बाद एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी को सौंप दी, जिसने तीनों पुलिसकर्मियों को दोषी पाया। इसके बाद एसएसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया।
लेखपाल और उसके गिरोह के खिलाफ कई मामले दर्ज
इस बीच, इलियास ने आरोप लगाया कि निलंबित लेखपाल सावन कुमार और उसके सहयोगी राकेश भसीन, राजेश भसीन और अन्य के साथ मिलकर नवादा शेखान में उनकी जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। इलियास ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी के नाम पर 28 अप्रैल 2023 को राकेश भसीन और राजेश भसीन से जमीन का बैनामा कराया था, लेकिन बाद में इस जमीन पर कब्जा करने के लिए आरोपी कई बार प्रयास कर चुके हैं।
इसके अलावा, इलियास के अनुसार आरोपी एक गिरोह के रूप में काम कर रहे हैं जो जमीन पर कब्जा करने के बाद उसे औने-पौने दामों में बेच देते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है और कई बार अपने 30-35 लोगों के साथ उनके घर आकर कब्जा करने की कोशिश की है।
दूसरी महिला की भी शिकायत
निलंबित लेखपाल सावन कुमार और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक और महिला ने शिकायत की है। नवादा शेखान निवासी नुसरत जहां ने आरोप लगाया कि उनका प्लॉट भी इन आरोपियों ने कब्जा करने की कोशिश की थी। नुसरत ने बताया कि आरोपी सुनील कुमार, चकबंदी लेखपाल सावन कुमार और दीपक कुमार ने निर्माण कार्य में भी रुकावट डाली और न्यायालय के आदेश के बावजूद कब्जा करने की कोशिश की।