यूपी के आगरा के ताजगंज थाने की तोरा चौकी पर कलाल खेरिया निवासी भाजपा कार्यकर्ता कृष्ण कुमार से मारपीट और थूक चटवाने के आरोप के मामले ने तूल पकड़ लिया है। चौकी इंचार्ज तोरा आकाश सिंह यादव को डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने शनिवार को लाइन हाजिर कर दिया। एसीपी की जांच में वीडियो में कैद चार पुलिसकर्मी और फंस गए हैं। उनके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है। वहीं दूसरी तरफ अमानवीय हरकत से लोधी समाज में आक्रोश है। दरोगा के खिलाफ मुकदमे की मांग कर रहे हैं। चेतावनी दी गई है कि पुलिस आयुक्त का घेराव करेंगे।
घटना के विरोध में शनिवार को लोधी समाज की बैठक कलाल खेरिया पर हुई। अखिल भारतीय लोधी युवा महासभा के जिलाध्यक्ष उमेंद्र राजपूत भाजपा सरकार थाने चौकी पर लोगों को न्याय व सम्मान देने की बात करती है। वहीं, कुछ पुलिसकर्मी अपने अमानवीय व्यवहार से मानवता को शर्मसार करने का काम करते है। चौकी प्रभारी को बर्खास्त कर उस पर मुकदमा लिखा जाए। कार्रवाई न हुई तो लोधी युवा महासभा महापंचायत करेगी। सड़क पर आंदोलन करेगी।
भाजपा जिलामंत्री डॉ. सुनील राजपूत ने बताया कि इस पूरे प्रकरण से केंद्रीय राज्यमंत्री बीएल वर्मा, केबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य व लोधी युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद लोधी को अवगत करा दिया है। कार्रवाई न होगी तो इसके लिए पुलिस खुद जिम्मेदार होगी। इधर चौकी प्रभारी तोरा आकाश सिंह यादव को लाइन हाजिर किया गया है। लोधी समाज के लिए इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि आरोपित दरोगा को निलंबित तक नहीं किया गया। यह कैसी कार्रवाई की है।
घटना की जांच एसीपी ताज सुरक्षा सैयद अरीब अहमद को दी गई थी। रिपोर्ट में चौकी इंचार्ज आकाश सिंह यादव, दो सिपाही और दो प्रशिक्षु दरोगाओं को दोषी पाया। उनके खिलाफ रिपोर्ट दी गई है। अभद्रता की पुष्टि हुई है लेकिन थूक चटवाने के साक्ष्य नहीं मिले। जांच में यह पाया गया कि पुलिस कर्मी कृष्ण कुमार को घसीटकर चौकी लेकर आए। अतिक्रमण के खिलाफ अभियान में पुलिस को मारपीट का अधिकार नहीं है।