हल्द्वानी में वन विभाग ने बागजाला में वन भूमि से अतिक्रमण हटाने की तैयारी शुरू कर दी है। पहले चरण में अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जिनके जवाबों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वन अधिकारियों के अनुसार, वर्ष 1978 में तराई पूर्वी वन प्रभाग की गौला रेंज के तहत बागजाला में 68 हेक्टेयर वन भूमि 66 परिवारों को 30 वर्षों के लिए खेती के उद्देश्य से लीज पर दी गई थी। वर्ष 2008 में यह लीज समाप्त हो गई, लेकिन इन परिवारों ने नवीनीकरण नहीं कराया और वन भूमि का अवैध सौदा कर दिया।
वर्ष 2023 में किए गए सर्वे के अनुसार, 105 हेक्टेयर भूमि पर 750 से अधिक परिवार बस चुके हैं, जिनके पास सौ-सौ रुपये के स्टांप पेपर पर बेची गई भूमि के दस्तावेज हैं। फरवरी 2024 में वन विभाग ने निर्माणाधीन भवनों को ध्वस्त किया था, लेकिन स्थायी भवनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई थी।
अब वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने के लिए नोटिस जारी किए हैं, जिसमें परिवारों को भूमि के स्वामित्व के दस्तावेज पेश करने के लिए कहा गया है। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि दस्तावेज प्रस्तुत नहीं करने पर अतिक्रमण ढहा दिया जाएगा।
फिलहाल 150 परिवारों को नोटिस दिए जा चुके हैं और बाकी 600 परिवारों को भी अगले एक सप्ताह में नोटिस दिए जाएंगे। गौला रेंजर चंदन सिंह अधिकारी ने पुष्टि की कि 750 परिवारों को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया जारी है।