हल्द्वानी। कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी ललित जोशी ने भाजपा के द्वारा कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर उठाए गए सवालों का तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड आंदोलन समेत कई महत्वपूर्ण आंदोलनों से निकले हुए नेता हैं और अपनी साख को साबित करने के लिए किसी प्रमाण की जरूरत नहीं समझते।
ललित जोशी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा, “जो लोग सपा के साथ गठबंधन पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें यह पूछना चाहिए कि स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव को पद्म श्री सम्मान किसकी सरकार ने दिया था?” उन्होंने भाजपा नेताओं को खुली बहस (डिबेट) करने की चुनौती दी और कहा कि यदि उनमें हिम्मत है, तो वे किसी भी मंच पर डिबेट कर सकते हैं।
जोशी ने जोर देते हुए कहा कि अगर डिबेट होती है, तो वह हर एक सवाल का सटीक और तथ्यात्मक जवाब देंगे। उन्होंने भाजपा को यह सलाह दी कि वे राजनीति में मुद्दों और तथ्यों की बात करें, न कि बेबुनियाद आरोप लगाकर माहौल बिगाड़ें।
ललित जोशी के इस बयान ने राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है। उनके तीखे पलटवार ने भाजपा के आरोपों को एक नई दिशा दी है, और यह मुद्दा अब चुनावी चर्चाओं में तूल पकड़ सकता है। आगामी चुनावों में यह बयानबाजी कितना प्रभाव डालेगी, यह देखना दिलचस्प होगा, लेकिन एक बात स्पष्ट है कि यह राजनीतिक मुकाबला अब और भी तेज़ हो गया है।