एक सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षक ने खुद को कट्टे से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले मेंहुई है। शिक्षक पर कुछ दिनो पहले ही राजनगर थाने में बलात्कार का मामला दर्ज किया गया था। जिसे लेकर शिक्षक परेशान था।
खुद को गोली मारने से पहले ठीक एक दिन पहले यानी मंगलवार को मृतक एसपी ऑफिस अपने ऊपर की गई झूठी शिकायत में जांच कराने को लेकर आवेदन देने गया था। मृतक टीचर अर्जुन सिंह ने खुद को गोली मारने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमे कई महत्वपूर्ण बातें लिखी हैं। घटना में शिक्षक की मौके पर ही मौत हो गई है। पुलिस ने मामले में एक महिला सहित एक व्यक्ति पर केस दर्ज किया है।
मैं बेकसूर हूं मुझे झूठा फंसायाजा रहा
खुद को गोली मारने से पहले अर्जुन सिंह ने एक सुसाइड नोट लिखा है। जिसमे उसने राजनगर पुलिस पर आरोप लगाया है की पुलिस ने उसे जबरन फंसाया है। यही वजह है की खुद को गोली मारने से पहले एक दिन पहले वह एसपी ऑफिस में अपने मामले में जांच का आवेदन देने के लिए गए थे।
ब्लैकमेल कर रही थी महिला
अर्जुन सिंह 52 वर्ष के थे और राजनगर के विक्रमपुर में हाईस्कूल में सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ थे। जानकारी के अनुसार एक महिला पिछले कई दिनों से उन्हें लगातार परेशान और ब्लैकमेल कर रही थी। सुसाइड नोट में अर्जुन सिंह ने लिखा है की महिला ने ही उसे अवैध कट्टा दिया था, जिसके एवज में वह पैसे मांग रही थी। उसी कट्टे से उन्होंने खुद को गोली मार ली। अर्जुन ने खुद को गोली उस समय मारी जब वह स्कूल के पास पहुंचे थे। घटना के बाद मौके पर पुलिस और डायल 100 की टीम पहुंची। टीम उन्हें अस्पताल ले गई जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
झूठा मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला पर एफआईआर दर्ज
मामले में पुलिस ने आरोपी महिला सहित एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया है। छतरपुर एसपी अगम जैन ने जानकारी देते हुए बताया की मृतक पर बलात्कार का झूठा मामला दर्ज कराया गया था, जो जांच में झूठा पाया गया।