महिला के संघर्षरत महिलाओं के लिए समर्पित भाव-
महिला हूँ, और आगे बढ़ना चाहती हूँ,
अपने सपनों को पूरा करना चाहती हूँ।
बंधनों को तोड़ना चाहती हूँ,
अपनी मर्जी से जीना चाहती हूँ।
महिला हूँ, और शिक्षित होना चाहती हूँ,
अपनी क्षमताओं को पहचानना चाहती हूँ।
आत्मनिर्भर बनना चाहती हूँ,
अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हूँ।
महिला हूँ, और समाज में अपना स्थान बनाना चाहती हूँ,
अपनी आवाज बुलंद करना चाहती हूँ।
बदलाव लाना चाहती हूँ,
एक बेहतर समाज का निर्माण करना चाहती हूँ।
महिला हूँ, और बेटी बनना चाहती हूँ,
अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहती हूँ।
उनका ध्यान रखना चाहती हूँ,
उनके लिए हमेशा प्यार और स्नेह रखना चाहती हूँ।
महिला हूँ, और मजबूत बनना चाहती हूँ,
हर चुनौती का सामना करना चाहती हूँ।
हार नहीं मानना चाहती हूँ,
अपनी मंजिल तक जरूर पहुंचना चाहती हूँ।
महिला हूँ, और आगे बढ़ना चाहती हूँ,
अपने सपनों को पूरा करना चाहती हूँ।
एक बेहतर जीवन जीना चाहती हूँ,
और खुश रहना चाहती हूँ।
( प्रियंका पाण्डेय * ग्राम प्रधान,
ग्राम पंचायत-कांटे ,पोस्ट ऑफिस- तोली गुरना, विकासखंड- विण
जिला- पिथौरागढ़ )