अजब- गजब उत्तराखण्ड गढ़वाल जन मुद्दे हरिद्वार हिल दर्पण

गजब… महिला प्रधान की जगह बैठक में पहुंचे पति! फिर जो हुआ..

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां ग्राम पंचायत नसीरपुर कलां में महिला ग्राम प्रधान की जगह उनके पति ने ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के रूप में बैठक में भाग लिया। इस कदम से वहां तीखी नोंकझोंक हो गई, और अंततः जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ने प्रधान के पति को अपनी कुर्सी से उठाकर बैठक को रद्द कर दिया।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी... तहसील कर्मी ने भेजे अश्लील मैसेज, महिला ने उतारा आशिकी का भूत

दरअसल यह वाकया हरिद्वार जिले के पथरी क्षेत्र में मंगलवार को सामने आया। जहां जिलाधिकारी के आदेश पर नसीरपुर कलां पंचायत में खुली बैठक का आयोजन किया गया था, लेकिन बैठक शुरू होने से पहले ही जिला सैनिक कल्याण अधिकारी, डॉ. सविता पंवार ने प्रधान के नहीं होने पर उनके प्रतिनिधि से परिचय लिया।

यह भी पढ़ें 👉  नैनीताल...जिले में होली पर इस दिन अवकाश, जताया आभार

जब प्रतिनिधि ने खुद को ग्राम प्रधान का पति बताया, तो अधिकारियों में असमंजस पैदा हो गया। इसके बाद, डॉ. पंवार ने प्रधान के पति को कुर्सी से उठाकर बैठक को स्थगित कर दिया। पंचायत के अधिकारियों का कहना है कि प्रधान की तबीयत ठीक होने के बाद ही बैठक का अगला आयोजन किया जाएगा। यह घटना ग्राम पंचायत स्तर पर महिलाओं की भूमिका और उनके अधिकारों को लेकर सवाल उठाती है, और स्थानीय प्रशासन के लिए एक चुनौती बनकर सामने आई है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी... होली और वीकेंड पर डायवर्ट रहेगा ट्रैफिक, ये है प्लान
हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में