उत्तराखण्ड ऊधमसिंह नगर कुमाऊं क्राइम

पति की हैवानियत….पत्नी को इस तरह निर्ममता से झुलसाया, ये है मामला

खबर शेयर करें -

उत्तराखंड में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा में पत्नी ने घर का खर्चा मांगा तो पति हैवानियत पर उतर आया। उसने पत्नी को पहले तो गैस से झुलसाया और बाद में खौलती चाय डाल दी। जिसमें वह बुरी तरह झुलस गई। महिला के भाई की तहरीर पर पुलभटटा थाने में पुलिस ने आरोपी पति समेत अन्य परिजनों पर केस दर्ज किया है।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड में बुलडोजर एक्शन!... सरकारी जमीन पर बनी दरगाह ध्वस्त, मचा हड़कंप

मो. जाहिद निवासी गिरधरपुर थाना देवरनियां जिला बरेली ने पुलभटटा थाने में दी तहरीर में बताया कि उसकी बहन की 12 साल पहले मुमताज निवासी सिरौलीकलां के साथ शादी हुई थी। आरोप लगाया कि बहनोई मुमताज, सास अन्नो, ससुर मुश्ताक और भाई भूरा शादी के बाद से ही बहन गुलफसा को मारते पीटते थे। आरोपी मुमताज पहले भी जान से मारने की कोशिश कर चुका है।

यह भी पढ़ें 👉  मैदानों में कोहरा, पहाड़ों में हिमपात... बदल गया उत्तराखंड का मौसम

आरोप है कि बहन के गुप्तांग पर भी उसने कई बार जलाया। शिकायतकर्ता के अनुसार 13 अगस्त को सुबह बहन अपने ससुराल में चाय बना रही थी तभी खर्चे को लेकर पति व ससुरालवालों से बहस होने लगी। आरोप है कि इस दौरान मुमताज ने सिर के बाल पकड़कर गुलफसा के चेहरे को गैस की तेज लपट में जलाया और फिर खौल रही चाय उसपर फेंक दी। इसके बाद मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया। महिला ने किसी अनजान व्यक्ति के फोन से अपने मायके फोन कर मामले की जानकारी दी।

हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में