15 दिन पहले ही लहूलुहान हालत में मिला था पिता का शव
उत्तर प्रदेश में एक खौफनाक घटना सामने आई है। उन्नाव जिले में हसनगंज कोतवाली क्षेत्र के न्योतनी नगर पंचायत से 800 मीटर दूर आम के बाग में झोपड़ी बनाकर रह रहे युवक की हत्या करके शव को झोपड़ी में डालकर आग लगा दी गई। सुबह खेत की ओर गए ग्रामीणों ने झोपड़ी में चारपाई पर अधजला शव देखा। सूचना पर एएसपी और सीओ पहुंचे।
हसनगंज कोतवाली के कस्बा न्योतनी के मोहल्ला गांधीनगर निवासी सुशील मौर्य (35) दस साल से कस्बा से 800 मीटर दूर अपनी आम की बाग में झोपड़ी बनाकर रह रहा था। सुबह झोपड़ी के पास खून और झोपड़ी में आग लगी देख ग्रामीण पहुंचे तो सुशील का अधजला देखा। गांव वालों की सूचना पर पुलिस पहुंची और जांच की।
मृतक के सिर में पीछे की तरफ चोट है। खोजी कुत्ता घटनास्थल से 300 मीटर दूर न्योतनी कस्बा जाने वाले मार्ग तक गया। तीन स्थानों पर खून फैला मिला है। भाई ने जमीन के विवाद में हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने न्योतनी कस्बा निवासी दो लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है, जिनसे मृतक का जमीन का विवाद चल रहा था।
ग्रामीणों में चर्चा है की युवक की किसी वजनी हथियार से हत्या की गई और उसे हादसे का रूप देने के लिए शव को झोपड़ी में डालकर आग लगा दी। एएसपी प्रेमचंद्र और सीओ संतोष सिंह भी मौके पर पहुंचे। भाई की हत्या की सूचना पर बड़ी बहन सावित्री, गायत्री और लखनऊ में रह कर पढ़ने वाला सबसे छोटा भाई ओम मौर्य भी पहुंचा।
ओम ने बड़े भाई की हत्या कर शव जलाने का आरोप लगाया। उसने पुलिस को बताया कि कस्बा में बस्ती के बीच 12 बिस्वा पुश्तैनी जमीन को लेकर कस्बे के ही एक परिवार से विवाद चल रहा था। एक साल पहले पिता ने मुकदमा जीत लिया था। इसके बाद भी कब्जा नहीं मिल पाया है। 15 दिन पहले पिता रामपाल मौर्य का भी कस्बे के मुख्य मार्ग पर लहूलुहान शव मिला था।
सड़क हादसे की आशंका में कोई कार्रवाई नहीं की। भाई खेती के अलावा कस्बे के ही मोहसिन के यहां कंपोजिट खाद बनाने का काम करता था। एएसपी ने बताया कि युवक का अधजला शव जली झोपड़ी में पड़ा मिला है। घटना की जांच की जा रही है। परिजनों ने जिन पर शक जताया है, उनसे भी पूछताछ की जा रही है। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया कि घटना में अब तक की जांच जो बिंदु सामने आए हैं, वह हत्या की ओर ही इशारा कर रहे हैं। घटना किसने और क्यों की इसकी जांच की जा रही है।