हरिद्वार। यहां हनी ट्रैप का अजीबो गरीब मामला प्रकाश में आया है। पीड़ित युवक ने लड़की को पैसे देने के लिए अपने ही अपहरण की साजिश रच डाली। जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार थाना पथरी में 1 मार्च को इंतजार पुत्र शकूर निवासी बहादरपुर जट ने अपने भतीजे सहबान पुत्र नूर हसन निवासी बहादरपुर जट थाना पथरी जनपद हरिद्वार की 29 फरवरी से गुम होने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। जवान बच्चे के घर से इस तरीके से गायब होने की घटना को बेहद गंभीरता से लेते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह समेत सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल से वार्ता की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
थाना पथरी पुलिस उक्त की तलाश हेतु अलग-अलग प्वाइंटों पर काम कर रही थी कि 1 मार्च की रात्रि को गुमशुदा लड़के के भाई के फोन पर मैसेज आया जिसमें चार युवकों द्वारा भाई को छोड़ने की ऐवज में 10 लाख रुपए की डिमांड की गई, परिजनों द्वारा उक्त सूचना की जानकारी थानाध्यक्ष पथरी को दी गई। उच्च अधिकारियों के निर्देशित क्रम में थानाध्यक्ष पथरी द्वारा तत्काल उक्त नंबर की सटीक लोकेशन्स की जानकारी लेनी चाहिए। लेकिन ज्यादातर समय मोबाइल नंबर बंद होने के कारण सही लोकेशन नहीं मिल पा रही थी और लोकेशन मोबाइल के ऑन ऑफ के साथ-साथ समय समय पर चेंज हो रही थी। दूसरी तरफ हरिद्वार पुलिस द्वारा गाजियाबाद पुलिस से लगातार समन्वय भी बनाए रखा।
लगातार कई सारे एंगल पर एक साथ काम करने और सभी जानकारियों को आपस में जोड़ने के बाद पुलिस टीम को कुछ लीड मिली और टीम ने दिल्ली एनसीआर में पतारसी सुरागरसी व मैन्युअली पुलिसिंग से गाजियाबाद जैसे बड़े शहर में बुद्धि विवेक का प्रयोग करते हुए त्वरित कार्यवाही कर गुमशुदा लड़के को 48 घंटे के भीतर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन/नजदीक से सकुशल बरामद किया गया। गुमशुदा लड़के से पूछताछ की गई तो अपहरण/गुमशुदगी में नया मोड़ लेते हुए लड़के द्वारा बताया गया कि मैं हनी ट्रैप का शिकार हो गया था तथा लड़की को पैसे देने हेतु मैंने अपने अपहरण की झूठी सूचना अपने परिजनों को दी थी। लड़के को बाद विधिक कार्यवाही कर परिजनों के सुपुर्द किया गया।