हल्द्वानी कोतवाली में डीजीपी अभिनव कुमार जनता से संवाद कर रहे थे, जबकि दूसरी ओर बुद्ध पार्क में कांग्रेस नेता हरीश पनेरू को मिलने से रोका गया।
पनेरू ने पुलिस को चकमा देकर सर्किट हाउस की ओर बढ़ने का प्रयास किया, लेकिन काठगोदाम में उनकी गाड़ी रोक ली गई। हालांकि, वे गाड़ी में नहीं मिले और किसी तरह सर्किट हाउस पहुंच गए।
डीजीपी से मिलने की उनकी कोशिश को नाकाम करते हुए पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पनेरू का यह प्रयास उस घटना के विरोध में था, जिसमें एक दारोगा और पुलिस कर्मियों ने मनमोहन सिंह को थाने में पीटा था। उन्होंने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन उन्हें जनसंवाद में शामिल नहीं होने दिया गया।
पुलिस और पनेरू के समर्थकों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, लेकिन अंततः पनेरू ने बुद्ध पार्क से भागने में सफल रहे। जब पुलिस को उनके भागने की सूचना मिली, तो वे सभी उन्हें पकड़ने में जुट गए। इसके बावजूद, पनेरू सर्किट हाउस पहुंच गए, जहां पुलिस ने फिर से उन्हें डीजीपी से मिलने नहीं दिया और हिरासत में ले लिया।