उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल आयुक्त एवं मुख्यमंत्री सचिव दीपक रावत ने सोमवार को हल्द्वानी के गौलापार स्थित हैलीपैड और ट्रेंचिंग ग्राउंड का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने साफ कहा कि हैलीपैड संचालन से जुड़े सभी जोखिमों को जल्द दूर किया जाए, ताकि उड़ान संचालन में कोई बाधा न आए।
निरीक्षण के दौरान हैलीपैड से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में पक्षियों की संख्या अधिक होने से फ्लाइट ऑपरेशन में सुरक्षा संबंधी खतरे पैदा हो रहे हैं। साथ ही, बिजली की लाइनों पर पेड़ की शाखाएं लटकने से विजिबिलिटी कम हो रही है, जिससे फ्लाइंग हैज़र्ड की आशंका है।
इस पर आयुक्त ने यूपीसीएल के अधीक्षण अभियंता को 24 घंटे के भीतर बिजली लाइनों के पास से पेड़ों की कटाई-छंटाई कराने के निर्देश दिए। साथ ही, हैलीपैड परिसर में फायर डिपार्टमेंट के कर्मचारियों के लिए बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा।
आयुक्त ने बताया कि हैलीपैड क्षेत्र में पक्षियों की बढ़ती आवाजाही का प्रमुख कारण गौलापार ट्रेंचिंग ग्राउंड और खुले में फेंका जा रहा कूड़ा है। इसके कारण उड़ान संचालन में बार-बार बाधा उत्पन्न हो रही है।
इसके बाद आयुक्त ने राजपुरा और हल्द्वानी रेलवे लाइन क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि कुछ लोग गौलानदी में कूड़ा और अन्य अपशिष्ट पदार्थ डाल रहे हैं, जिससे पक्षियों की संख्या और भी बढ़ रही है। उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिए कि इन क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, लोगों को जागरूक किया जाए, और नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही नियमित सफाई अभियान भी चलाने को कहा।
ट्रेंचिंग ग्राउंड के निरीक्षण के दौरान आयुक्त ने बताया कि लेगसी वेस्ट निस्तारण के लिए 6 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है, जिसकी अवधि 6 माह तय है। हालांकि मौके पर केवल एक मशीन कार्यरत पाई गई, जबकि अनुबंध के अनुसार दो मशीनें अनिवार्य थीं। इस पर उन्होंने नगर निगम को एक सप्ताह में दूसरी मशीन लगवाने और इसकी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि लेगसी वेस्ट के साथ-साथ ताजा कूड़े का भी नियमित सेग्रीगेशन और निस्तारण जरूरी है, ताकि हल्द्वानी में वर्षों से चली आ रही कचरा प्रबंधन की समस्या का समाधान हो सके।
आयुक्त ने नगर निगम को निर्देशित किया कि शहर में मरे हुए जानवरों को खुले में न फेंक कर तय खड्डों में दफनाया जाए। साथ ही, पक्षियों की आवाजाही कम करने के लिए ट्रेंचिंग ग्राउंड में ठोस कार्ययोजना बनाई जाए और सफाई पर निगरानी के लिए वहां सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएं।
निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी राहुल साह, सीओ दीपशिखा अग्रवाल, तहसीलदार कुलदीप पांडे, हैलीपैड संचालन टीम के रविंद्र सिंह, नगर निगम, यूपीसीएल और अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।