हल्द्वानी में 12 से 14 सितंबर तक हुई मूसलाधार बरसात के बाद गौला, नंधौर और सुखी नदी में भारी नुकसान हुआ। यह नुकसान न सिर्फ सिंचाई विभाग का हुआ, बल्कि वन विभाग, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग, रेल विभाग और वन विकास निगम सहित कई अन्य विभागों की संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, निजी संपत्तियों को भी बाढ़ की वजह से नुकसान हुआ है।
लिहाजा, अब प्रशासन इस नुकसान की रोकथाम के दीर्घकालिक उपाय के लिए सभी विभागों की एक समन्वय समिति बनाकर उपाय करने में जुट गया है। इसके लिए आज पहला निरीक्षण किया गया, जिसमें अपर जिला अधिकारी समिति के अध्यक्ष और उप जिलाधिकारी समिति में संयोजक हैं। जिले के विभिन्न प्रभावित विभागों के अधिकारी भी इस समिति में नामित किए गए हैं।
उप जिलाधिकारी परितोष वर्मा ने बताया कि सभी विभागों द्वारा आपसी समन्वय और दीर्घकालिक उपाय के लिए राय तथा सुझाव आमंत्रित किए जा रहे हैं। इसके अलावा, स्थानीय लोगों से भी सुझाव लिए जा रहे हैं ताकि नदियों से होने वाले नुकसान का दीर्घकालिक उपाय किया जा सके।
उप जिला अधिकारी ने कहा कि आज नंधौर और सुखी नदी का निरीक्षण किया गया है, और आने वाले दिनों में समिति गौला नदी का भी निरीक्षण करेगी। इसके बाद बचाव के दीर्घकालिक उपाय पर तकनीकी कार्य शुरू होंगे। समिति ड्रोन सर्वे सहित अन्य तकनीकी माध्यमों से भी नुकसान के आकलन और उसके उपाय का सर्वे कर रही है।