उत्तराखण्ड कुमाऊं जन मुद्दे हल्द्वानी

हल्द्वानी…..बनभूलपुरा अतिक्रमण का जिन्न बोतल से फिर बाहर, संयुक्त सर्वे

खबर शेयर करें -

हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में रेलवे द्वारा अतिक्रमण की गई जमीन पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद एक बार फिर से सर्वे का काम शुरू हो गया है। रेलवे और जिला प्रशासन की ओर से गठित 6 अन्य विभागों की टीम ने अतिक्रमण वाले क्षेत्र में दस्तावेजों को लेकर सर्वे किया।

यह भी पढ़ें 👉  खींच मेरी फोटो.....वरमाला के स्टेज पर दे दनादन, मची अफरा-तफरी

एसडीएम परितोष वर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, रेलवे द्वारा 30 हैक्टेयर अतिक्रमण वाली जगह पर सर्वे का काम किया जा रहा है। रेलवे की टीम के साथ यह सर्वे किया जा रहा है और सर्वे की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सबमिट की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट में इस पूरे मामले की अगली सुनवाई 11 सितंबर को होगी, उससे पहले सर्वे का काम पूरा कर लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें 👉  गंगा किनारे अश्लीलता......आपत्तिजनक वीडियो वायरल, ये है मामला

स्थानीय लोगों का कहना है कि रेलवे अपनी पटरी से काफी दूर सर्वे कर रहा है, जबकि उसके पीलर पटरी से 50 मीटर की दूरी पर लगे हैं। ऐसे में लोग कानूनी लड़ाई भी लड़ने की बात कर रहे हैं। इस दौरान रेलवे और स्थानीय पुलिस भी पर्याप्त संख्या में मौजूद रही।

यह भी पढ़ें 👉  शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन..... स्कूल में औचक छापा, प्रधानाचार्य निलंबित

सर्वे के दौरान स्थानीय लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं होती रही। इस मौके पर एसडीएम परितोष वर्मा, सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेई, तहसीलदार सचिन कुमार समेत अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।

हिल दर्पण डेस्क

हिल दर्पण डेस्क

About Author

"हिल दर्पण" उत्तराखण्ड तथा देश-विदेश की ताज़ा ख़बरों व समाचारों का एक डिजिटल माध्यम है। अपने विचार अथवा अपने क्षेत्र की ख़बरों को हम तक पहुंचानें हेतु संपर्क करें। धन्यवाद! Email: [email protected]

You may also like

उत्तराखण्ड धर्म/संस्कृति बागेश्वर

उत्तराखंड को माना जाता है शिवजी का ससुराल, यह है मान्यता      

खबर शेयर करें -उत्तराखंड में कई प्राचीन शिव मंदिर हैं जिनके बारे में मान्यता है कि सच्चे मन से मांगी
उत्तराखण्ड देहरादून मौसम

*मौसम विभाग की चेतावनी- पहाड़ों में होगी बारिश और बर्फबारी, कोहरे की आगोश में रहेंगे यह जिले*

खबर शेयर करें -देहरादून। उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम बदलने को तैयार है। इस बीच उच्च हिमालयी क्षेत्रों में