हल्द्वानी के बनभूलपुरा थाना क्षेत्र से अगवा किशोरियों के मामले में पुलिस ने आरोपी नाबालिग के दोस्त, बहन-बहनोई और मामा पर अपहरण के साथ पॉक्सो एक्ट लगाई है। इन सभी को कोर्ट से जेल भेज दिया गया है। जबकि किशोरियों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
बनभूलपरा के जवाहरनगर से बीती 20 जून को 9वीं और 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली दो किशोरियों का अपरहरण किया गया। दोनों को उन्हीं के मोहल्ले में रहने वाला समुदाय विशेष का किशोर ले गया था। 25 जून को पुलिस ने किशोरियों को मंसूरपुर मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से बरामद किया, जहां से आरोपी नाबालिग भी पकड़ा गया।
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि इस पूरे मामले का मास्टर माइंड नाबालिग आरोपी का मामा लाइन नंबर 17 बनभूलपुरा निवासी अब्दुल समी उर्फ भोला था। इसी के कहने पर नाबालिग आरोपी ने किशोरियों को बरगलाया और अपहरण कर लिया।
वह भी सिर्फ इसलिए क्योंकि अब्दुल समी ने भी दूसरे समुदाय की लड़की से ठीक इसी तरह शादी की थी। बदायूं में रहने वाली आरोपी की बहन मृदाटोला सहसवान बदायूं निवासी निशा उर्फ नूरीन व उसके पति उजैर उर्फ आसिफ ने उन्हें अपने घर में न सिर्फ संरक्षण दिया, बल्कि भागने में मदद की और पुलिस को भी गुमराह किया। पूछताछ के बाद पुलिस ने इनके खिलाफ मानव तस्करी व पाक्सो अधिनियम की धारा बढ़ा दी।