हल्द्वानी। बरेली के फन सिटी में हुई अंजलि की संदिग्ध मौत के मामले में उसके पिता राजेंद्र रावत ने आरोप लगाया है कि यह घटना एक इरादतन हत्या का परिणाम हो सकती है। राजेंद्र ने स्कूल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए और घटना के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। मुखानी पुलिस ने तहरीर के आधार पर केवीएम स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
राजेंद्र रावत, जो सेना में नायब सूबेदार हैं, की बेटी अंजलि हल्द्वानी स्थित केवीएम स्कूल में 12वीं की छात्रा थी। चिल्ड्रेंस डे के अवसर पर स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को बरेली स्थित फन सिटी टूर पर भेजा था, जहां अंजलि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। शव को लेकर स्कूल प्रबंधन ने अंजलि को घर पहुंचाया, लेकिन इस दौरान कई सवाल उठे हैं।
राजेंद्र का कहना है कि अंजलि पूरी तरह स्वस्थ थी और उसकी मौत के समय उसके शरीर पर वही कपड़े नहीं थे, जो उसने घर से निकलते वक्त पहने थे। इसके अलावा, स्कूल प्रबंधन ने घटना के बाद कोई मानवीय सहायता नहीं प्रदान की और न ही अस्पताल से किसी तरह की मदद ली। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के बाद भी स्कूल टूर जारी रखा गया और अंजलि के शव को बिना किसी मेडिकल प्रमाणपत्र या डाक्टर की अनुमति के निजी एंबुलेंस से घर भेज दिया गया।
शुक्रवार को अंजलि का पोस्टमार्टम कराया गया और राजेंद्र ने मुखानी पुलिस को तहरीर दी, जिसमें किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया, लेकिन उन्होंने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। राजेंद्र के आरोप हैं कि स्कूल ने जानबूझकर अंजलि के साथ लापरवाही बरती और घटना के बाद कोई जिम्मेदारी नहीं ली।
मुखानी पुलिस ने तहरीर के आधार पर जीरो एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच शुरू कर दी है। चूंकि अंजलि की मौत बरेली में हुई, पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद मामले को बरेली के इज्जतनगर थाने को ट्रांसफर किया जाएगा। बरेली पुलिस इस बात की जांच करेगी कि अंजलि की मौत फन सिटी में हुई या उसे घर लाने के दौरान रास्ते में ही उसकी जान चली गई।
राजेंद्र के अनुसार, स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कई गंभीर सवाल खड़े होते हैं:
1. स्कूल ने चिल्ड्रेंस डे के मौके पर बेटी को टूर पर क्यों भेजा था?
2. अंजलि पूरी तरह से स्वस्थ थी, फिर उसकी मौत कैसे हुई?
3. स्कूल ने घटना के तुरंत बाद अस्पताल या डॉक्टर से मदद क्यों नहीं ली?
4. अंजलि के शव को बिना मेडिकल प्रमाणपत्र के घर क्यों भेजा गया?
5. स्कूल ने घटना के बाद भी टूर क्यों जारी रखा?
पुलिस अब इन सवालों की जांच करेगी, ताकि मामले का सही खुलासा हो सके और दोषियों को सजा मिल सके।