हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में सोमवार को कार्यपरिषद की 41वीं बैठक कुलपति प्रो. ओपीएस नेगी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में छह एसोसिएट प्रोफेसरों की प्रोफेसर पद पर पदोन्नति की मुहर लगाई गई, जबकि एक असिस्टेंट प्रोफेसर को एसोसिएट प्रोफेसर पद पर प्रोन्नत किया गया।
कुलसचिव खेमराज भट्ट ने बताया कि पदोन्नत होने वाले प्रोफेसरों में इतिहास में डॉ. मदन मोहन जोशी, पत्रकारिता एवं मीडिया अध्ययन विद्याशाखा में डॉ. राकेश चंद्र रयाल, शिक्षाशास्त्र में डॉ. डिगर सिंह फसर्वाण, वाणिज्य में डॉ. गगन सिंह, प्रबंधन में डॉ. मंजरी अग्रवाल, और कंप्यूटर विज्ञान में डॉ. आशुतोष भट्ट शामिल हैं। इसके अलावा, योग विभाग में डॉ. भानु प्रकाश जोशी को असिस्टेंट से एसोसिएट प्रोफेसर पद पर पदोन्नति दी गई है।
कुलसचिव ने बताया कि बैठक में आठ क्षेत्रीय कार्यालयों का पुनर्गठन किया गया है। बागेश्वर को समाप्त कर रानीखेत क्षेत्रीय कार्यालय में मर्ज किया गया है, और चमोली व रुद्रप्रयाग जिले के लिए कर्णप्रयाग में नया क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किया गया है।
बैठक में विश्वविद्यालय में कार्यरत नियमित शिक्षकों को अर्जित अवकाश का नगदीकरण का लाभ देने हेतु पूर्व में गठित समिति की संस्तुतियों को अनुमोदित किया गया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा-निर्देश के अनुसार राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत यूओयू में प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस नियुक्त किए जाने पर भी चर्चा की गई।
इसके साथ ही, कंप्यूटर विज्ञान के प्राध्यापक डॉ. जितेंद्र पांडे को शंघाई ओपन यूनिवर्सिटी, चाइना के 2024 एसओयू इंटरनेशनल विजिटिंग स्कॉलर प्रोग्राम के लिए चयन की सूचना से परिषद को अवगत कराया गया।
विश्वविद्यालय की विद्यापरिषद की 29वीं बैठक की संस्तुतियों को भी अनुमोदित किया गया, साथ ही परीक्षा समिति और वित्त समिति की 18वीं बैठक की संस्तुतियों को भी मंजूरी दी गई।