हल्द्वानी। प्रशासन के हल्द्वानी शहर के कई हिस्सों में अतिक्रमण के नाम पर नोटिस भेजने का विधायक सुमित हृदयेश ने कड़ा विरोध किया है। कहा है कि प्रशासन 2022 से ही अतिक्रमण के नाम पर नगर वासियों को परेशान कर रहा है। यदि अभी एकजुट होकर प्रशासन की तानाशाही का विरोध नहीं किया तो वह दिन भी दूर नहीं जब प्रशासन नजूल के नाम पर शहर भर को ही नोटिस जारी कर दे। विधायक सुमित हृदयेश सुभाष नगर में अतिक्रमण कार्रवाई के खिलाफ महापंचायत को संबोधित कर रहे थे।
सुभाष नगर में 140 परिवारों को अतिक्रमणकारी बताकर प्रशासन द्वारा मकानों को तोड़ने की कार्रवाई के खिलाफ गुरुवार को सुभाष नगर स्थित दुर्गा मंदिर प्रांगण में महापंचायत आयोजित की गई। इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक सुमित हृदयेश भी महापंचायत में पहुँचे और प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उन्हें पूर्ण समर्थन का भरोसा दिलाया।
विधायक सुमित हृदयेश ने प्रशासन की कार्रवाई को “अमानवीय” और “तानाशाही रवैया” बताया। उन्होंने कहा कि, “वर्षों से बसे परिवारों को उनके मकान तोड़ने का तुगलकी फरमान देना बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह केवल घरों को बचाने की नहीं, बल्कि इंसाफ और मानवीय अधिकारों की लड़ाई है।”
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है और इसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को विधानसभा में भी उठाएंगे और ज़रूरत पड़ी तो न्यायालय तक जाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
महापंचायत में सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे और प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ एकजुटता दिखाई। लोगों ने विधायक के समक्ष अपनी समस्याएँ रखीं और न्याय की मांग की।
महापंचायत के उपरांत विधायक सुमित हृदयेश ने बमौरी क्षेत्र का भी दौरा किया, जहाँ उन्होंने नाले के नाम पर उजाड़े जा रहे परिवारों से भेंट कर उनकी समस्याएँ सुनीं और उन्हें भी हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बमौरी क्षेत्र के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और वहाँ के निवासियों की लड़ाई भी पूरी ताकत से लड़ी जाएगी।
इस दौरान राहुल छिम्वाल, दीप पाठक, पूरन चंद्र बवाड़ी, सतनाम सिंह चटवाल, मुकुल बल्यूटिया, हेम चंद्र जोशी, गोपाल दत्त जोशी, शशि वर्मा, हेमा कर्नाटक, ममता कुलौरा, सुनीता बुधानी, शांति देवी, बिमला तिवारी, नीमा चौहान, हेमा लटवाल, कन्नू सुयाल, कन्नू जोशी, कुंदन सिंह, जगदीश चंद्र उपाध्याय, एच एस जीना, संजय बोरा, कंचु मटियानी सहित समस्त क्षेत्रवासी मौजूद रहे।