हल्द्वानी। नाबालिग बच्चों की सप्लाई और सेक्स रैकेट की सरगना पश्चिम बंगाल की तान्या शेख सलाखों के पीछे है। बुधवार को पश्चिम बंगाल पुलिस तान्या शेख से पूछताछ के लिए हल्द्वानी पहुंची, लेकिन महिला पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति के कारण उन्हें स्थानीय पुलिस से महिला कांस्टेबल उपलब्ध कराने की गुहार लगानी पड़ी।
तान्या शेख, जो 24 परगना बसंती सोना कांची पश्चिम बंगाल की निवासी है, को हल्द्वानी पुलिस ने पिछले साल मई में हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था। तान्या भोटियापड़ाव के संजय नगर निवासी आसिम के घर में रह रही थी और यहीं से देह व्यापार का धंधा चला रही थी।
जब पुलिस ने उस घर पर छापा मारा, तो तान्या छत से कूदकर फरार हो गई। बाद में उसे हल्द्वानी रेलवे स्टेशन से फिर से गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से पश्चिम बंगाल की एक नाबालिग लड़की को मुक्त कराया गया, जिसे तान्या नशे के इंजेक्शन देकर देह व्यापार में लगा रही थी।
तान्या को इससे पहले मुखानी पुलिस द्वारा भी देह व्यापार के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इसी वर्ष फरवरी में, पुलिस ने उसे कलावती कॉलोनी के गांधी आश्रम वाली गली के एक घर से गिरफ्तार किया।
वहां से दो युवक, काठगोदाम निवासी फैजल खान और सकलैन शेख को भी गिरफ्तार किया गया, और पश्चिम बंगाल की 25 वर्षीय पीड़िता को मुक्त कराया गया, जिसे तान्या नौकरी के नाम पर हल्द्वानी लाई थी और देह व्यापार में धकेल दिया था।
तान्या शेख वर्तमान में हल्द्वानी उपकारागार में बंद है। पश्चिम बंगाल से आई पुलिस ने बताया कि नाबालिग के अपहरण का मामला दर्ज है और वे इसी मामले में पूछताछ के लिए आए हैं।