उत्तराखंड में मानव-वन्यजीव संघर्ष के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला गढ़वाल मंडल के पौड़ी जिले के सतपुली क्षेत्र से सामने आया है, जहां गुलदार के हमलों की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। ग्रामीण इलाकों में गुलदार की बढ़ती गतिविधियों ने लोगों में भय और दहशत का माहौल बना दिया है।
शुक्रवार देर शाम सतपुली नगर पंचायत क्षेत्र में एक दर्दनाक घटना घटी, जब गुलदार ने एक तीन वर्षीय मासूम बच्चे को झोपड़ी से उठा लिया। यह बच्चा नेपाली मूल के मजदूर परिवार का था, जो राष्ट्रीय राजमार्ग-534 पर सड़क चौड़ीकरण के कार्य में लगा हुआ था। घटना करीब 8 बजे की है, जब गुलदार अचानक झोपड़ी के पास पहुंचा और मासूम को अपने जबड़े में दबाकर जंगल की ओर भाग गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना इतनी अचानक हुई कि परिवार और आसपास के लोग कुछ समझ भी नहीं पाए। परिजनों की चीख-पुकार सुनकर लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक गुलदार बच्चे को लेकर जंगल की ओर निकल चुका था। सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।
गुलदार द्वारा उठाए गए बच्चे की पहचान विवेक ठाकुर (उम्र 3 वर्ष), पुत्र रमेश, निवासी नेपाल के रूप में हुई है। घटना के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मां बेसुध हो जा रही है और बार-बार अपने बच्चे को पुकार रही है, जबकि पिता रमेश गहरे सदमे में हैं। यह परिवार कई दिनों से सतपुली में मजदूरी कर जीवन यापन कर रहा था।