उत्तराखंड के हल्द्वानी के दमुवाढुंगा क्षेत्र में वर्षों से बेनाप भूमि पर रह रहे लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। शासन के निर्देश पर नवरात्रि से प्रारंभिक सर्वे कार्य शुरू किया जाएगा, जो डिफरेंशियल ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (DGPS) तकनीक के माध्यम से किया जाएगा। इस सर्वे के बाद यहां के लोगों को उनके घरों और जमीनों पर मालिकाना हक मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।
शनिवार को इस संबंध में कालाढूंगी विधायक बंशीधर भगत ने दमुवाढुंगा के स्थानीय निवासियों के साथ जिलाधिकारी नैनीताल से मुलाकात कर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में जिलाधिकारी नैनीताल ने बताया कि शासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार सर्वे कार्य की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। उन्होंने उपजिलाधिकारी हल्द्वानी राहुल शाह को निर्देश दिए कि नवरात्रि से सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया जाए। साथ ही सर्वे टीम के लिए दमुवाढुंगा में कैम्प कार्यालय शीघ्र खोला जाए।
जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से वार्डवार टीमें गठित करने की अपील की ताकि वे सरकारी सर्वे टीमों के साथ मिलकर सहयोग कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि सर्वे के दौरान क्षेत्र में पिलर लगाने का काम भी शुरू किया जाए ताकि भूमि की सीमाएं स्पष्ट हो सकें।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि इस कार्य योजना में आने वाले 50 वर्षों की जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और सीवर जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भूमि भी चिन्हित की जाएगी। इसके लिए स्थानीय लोगों से सहमति लेना आवश्यक होगा।
गौरतलब है कि दमुवाढुंगा क्षेत्र बेनाप भूमि पर बसा हुआ है और अब इसे राजस्व क्षेत्र (Revenue Area) घोषित करने का रास्ता साफ हो गया है। विधायक बंशीधर भगत ने बताया कि वे लंबे समय से इस मुद्दे पर स्थानीय लोगों के साथ मिलकर प्रयासरत थे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर अब यह सर्वे DGPS तकनीक से होगा, जिससे न केवल लोगों को मालिकाना हक मिलेगा, बल्कि भविष्य में विकास कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता भी सुनिश्चित हो सकेगी। इस फैसले से दमुवाढुंगा क्षेत्र में खुशी का माहौल है। बैठक में उपजिलाधिकारी राहुल शाह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।