उत्तराखंड में आबादी वाले क्षेत्रों में जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। इन हाथियों ने अब लोगों के घर, वाहन और खेतों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। हाल ही में हरिद्वार की बिल्केश्वर कॉलोनी में हाथियों ने एक मकान की दीवार तोड़ दी और एक बाइक को रौंद दिया। वहीं, जगजीतपुर क्षेत्र में हाथियों के झुंड ने खेतों को भारी नुकसान पहुंचाया और सड़क मार्गों पर अफरातफरी का माहौल बन गया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद वन विभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं कर पा रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों का लगातार आबादी में आना खतरनाक हो गया है, और रात्रि में खेतों की रखवाली करना जोखिमपूर्ण हो गया है।
वन विभाग के रेंज अधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि हाथियों को आबादी में घुसने से रोकने के लिए गश्ती दल अलर्ट मोड पर रखा गया है। जैसे ही हाथी आबादी में आते हैं, टीम उन्हें जंगल की ओर खदेड़ देती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हाथियों को देखकर भीड़ न जुटाएं, फोटो या वीडियो न बनाएं और दूरी बनाए रखें।
बीती रात ग्राम जगजीतपुर में हाथियों का झुंड खेतों में घुसा। उन्होंने लक्सर-हरिद्वार मार्ग पर अफरा-तफरी मचाई और गन्ना एवं धान की फसलें रौंद डाली। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। वहीं, बिल्केश्वर कॉलोनी में हाथियों ने रात में घरों के आसपास तोड़फोड़ की, वाहन क्षतिग्रस्त किए और सुरक्षा दीवार को तहस-नहस कर दिया। लोग दहशत में घरों से बाहर निकले।
स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि वन विभाग और राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए, तो हाथियों का उत्पात और भयावह स्थिति पैदा कर सकता है। उल्लेखनीय है कि तीन दिन पहले ही राजा गार्डन की वसुंधरा एंक्लेव कॉलोनी में एक हाथी ने सड़क पर खड़ी कार को क्षतिग्रस्त कर दिया था। इस घटना के बावजूद भी जिम्मेदार विभाग हाथियों को रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।


