रामनगर। लम्बे समय से आतंक का प्रयाय बने आदमखोर को आखिरकार पकड़ लिया गया है। इस बाघ ने तीन महिलाओं को निवाला बना लिया था। बाघ के पकड़े जाने से स्थानीय लोगों के साथ साथ वन महकमे ने भी राहत की सांस ली है।
बाघ को पकड़ने के लिए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व व वेस्टर्न सर्किल की टीम संयुक्त रूप से लगी थी। दोनों टीम बाघ की लोकेशन को ड्रोन के माध्यम से ट्रेस करते रही। मंगलवार रात बाघ द्वारा मारे गए भैसे के आसपास वन कर्मियों की टीम ने निगरानी बढ़ा दी थी।
देर रात करीब 12 बजे के आसपास जब बाघ अपने किए गए शिकार पर पहुंचा। तभी पशु चिकित्सकों की टीम ने उसे ट्रेंकुलाइज करने के लिए डाट मारी। जिससे वह बेहोश हो गया, इसके बाद वन कर्मियों व रेस्क्यू टीम ने बाघ को पकड़कर ढेला रेस्क्यू सेंटर में भेजा।
इसके अलावा आसपास के इलाकों में गस्त को बढ़ा दिया गया है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ धीरज पांडे ने बताया वन कर्मियों व रेस्क्यू टीम की मेहनत से बाघ को पकड़ लिया गया है।