हल्द्वानी क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय और भय का वातावरण पैदा करने वाले कुख्यात आईटीआई गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गैंग के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गैंग लीडर देवेन्द्र सिंह बिष्ट (निवासी गैस गोदाम, छड़ायल, हल्द्वानी), आदित्य नेगी (ए-16, जज फार्म, आईटीआई हल्द्वानी), देवेन्द्र सिंह बोरा (निवासी डहरिया, हल्द्वानी) और नवीन सिंह मेहरा (मूल निवासी ग्राम टुनाकोट, भवाली; वर्तमान निवासी पीलीकोठी रोड, हल्द्वानी) शामिल हैं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह गिरोह हल्द्वानी क्षेत्र में फायरिंग, मारपीट, हथियारों से हमला और लूटपाट जैसी गंभीर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा है। गिरोह खुद को ‘आईटीआई गैंग’ के नाम से प्रचारित करता था और सार्वजनिक स्थानों पर हिंसक घटनाओं को अंजाम देकर आम नागरिकों में डर का माहौल बना रहा था।
चारों आरोपियों के खिलाफ पहले से ही कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास), आर्म्स एक्ट और भारत न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराएं शामिल हैं।
एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि, “शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। आईटीआई गैंग के खिलाफ मिली शिकायतों और आपराधिक इतिहास को देखते हुए गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।” पुलिस गिरोह से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए निगरानी बढ़ा दी गई है।