हल्द्वानी। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रविवार को हल्द्वानी के गौला पुल के पास क्षतिग्रस्त टनकपुर-सितारगंज राष्ट्रीय राजमार्ग का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्य की धीमी गति पर कड़ी नाराजगी जताई और जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 में भारी बारिश के चलते गौला पुल के पास सड़क का एक बड़ा हिस्सा बह गया था, जिससे गौलापार, सितारगंज और टनकपुर जैसे क्षेत्रों की आवाजाही बुरी तरह बाधित हुई थी। वर्तमान में लोक निर्माण विभाग (PWD) द्वारा वैकल्पिक मार्ग निर्माण का कार्य किया जा रहा है, जिसके लिए अब तक 100 से अधिक शीशम के पेड़ काटे जा चुके हैं।
हरीश रावत ने कहा कि यदि बरसात से पहले सड़क का निर्माण पूरा नहीं होता, तो आगामी मानसून में हालात और भी भयावह हो सकते हैं, जिससे कई क्षेत्रों का संपर्क पूरी तरह टूट सकता है। उन्होंने इस विषय पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शीघ्र हस्तक्षेप करने की मांग की।
निरीक्षण के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह चंपावत के गोलूज्यू मंदिर के दर्शन के बहाने निकले हैं, लेकिन असल मकसद है “भाजपा के झूठ का पर्दाफाश” करना। रावत ने कहा कि 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने झूठे वादों और भ्रामक मुद्दों के सहारे जनता को गुमराह कर सत्ता पाई।
उन्होंने मुस्लिम यूनिवर्सिटी जैसे मुद्दों का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा ने राज्य में ध्रुवीकरण की राजनीति और सांप्रदायिक भ्रम फैलाने का कार्य किया। रावत ने अपनी इस यात्रा को “संस्कृतिक दर्शन यात्रा” का नाम देते हुए कहा कि वह काली कुमाऊं क्षेत्र में जाकर जनता को भाजपा की कथित नीतियों से अवगत कराएंगे।