नशे के बढ़ते अवैध कारोबार को रोकने में लापरवाही सामने आने के बाद बड़ा एक्शन हुआ है। इस मामले में बरतने पर एक उपनिरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने विभागीय जांच में दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और आगे की जांच के आदेश दिए हैं।
यह मामला उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के ऊंचाहार थाना क्षेत्र के रामसांडा गांव का है, जहां अवैध रूप से गांजे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा था। गांजे की आपूर्ति बाराबंकी से की जा रही थी।
जब इस अवैध गतिविधि की जानकारी एसपी को मिली, तो उन्होंने इस पर गोपनीय जांच करवाई। जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी ने एसओजी प्रभारी बृजेन्द्र शर्मा और ऊंचाहार कोतवाली प्रभारी संजय कुमार को निर्देश दिए कि गांजा तस्करों पर शिकंजा कसा जाए।
छापेमारी के दौरान पुलिस टीम ने लगभग पांच किलो गांजा बरामद किया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि इस कारोबार में कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मियों की संलिप्तता भी थी।
एसपी ने मामले में कार्रवाई करते हुए उपनिरीक्षक अजय मलिक, मुख्य आरक्षी संतोष कुमार सिंह, आरक्षी भूपलाल और आरक्षी आकाश कुमार को निलंबित कर दिया। एसपी का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।