उत्तराखंड में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। जिला प्रशासन ने मतगणना प्रक्रिया को पूरी तरह त्रुटिरहित और पारदर्शी बनाने के लिए विशेष ध्यान दिया है।
मतगणना में किसी भी प्रकार की चूक या गलती न हो, इसे लेकर अधिकारियों ने कड़े कदम उठाए हैं। सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में 1580 मतगणना कार्मिकों को मतगणना की पूरी प्रक्रिया, गोपनीयता बनाए रखने, और नियमों का सख्ती से पालन करने का प्रशिक्षण दिया गया।
जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी ने बताया कि कुल 316 मतगणना पार्टियों का गठन किया गया है, जिसमें हर पार्टी में एक पर्यवेक्षक और चार सहायक तैनात किए गए हैं। प्रशिक्षण में मतगणना के सभी तकनीकी और प्रशासनिक पक्षों पर विशेष जोर दिया गया है ताकि परिणामों की घोषणा पूरी तरह सही और समय पर हो सके।
उन्होंने कहा कि अवैध मतपत्रों की पहचान कर उन्हें अलग बंडल में रखा जाएगा, जिसकी जांच रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा की जाएगी। मतगणना के सभी विवरणों का पालन भारत निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों के अनुरूप होगा।
31 जुलाई को प्रातः 8 बजे से सभी ब्लॉकों में मतगणना शुरू होगी और इसे पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न कराया जाएगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में रिटर्निंग ऑफिसर, प्रभारी मास्टर ट्रेनर एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।