मुनस्यारी। प्रस्तावित नगर पंचायत को लेकर अभी भी क्षेत्र में असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है। इसे दूर करने के लिए जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने 6 जनवरी को पंचायत में शामिल होने वाले 5 ग्राम पंचायतों की संयुक्त बैठक बुलाई है। बैठक में विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है।
हिमनगरी के नाम से विख्यात मुनस्यारी विकासखंड के मुख्यालय से जुड़े ग्राम पंचायत बूंगा, सरमोली, जैती, तल्ला घोरपट्टा, मल्ला घोरपट्टा को मिलाकर नगर पंचायत प्रस्तावित किया गया था। वर्ष 2015 में तत्कालीन हरीश रावत की सरकार ने सबसे पहले पंचायत बनाने की घोषणा की थी। भारी विरोध के बाद सरकार को बैक फुट पर जाना पड़ा। उसे काल में मुख्यमंत्री हरीश रावत इस क्षेत्र से विधायक का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। सरकार बैक फुट में तो गई लेकिन पंचायत के लिए जारी अधिसूचना को शून्य नहीं किया गया। केवल अधिसूचना पर रोक लगाई गई थी। वर्तमान सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वर्ष 2021 तथा 23 में दो बार नगर पंचायत बनाने की घोषणा की।
यह सरकार पिछली सरकार से दो कदम आगे बढ़ गई। सरकार ने कैबिनेट में इस घोषणा को पारित करते हुए नगर पंचायत की अधिसूचना जारी कर दी। 19 दिसंबर को जिलाधिकारी रीना जोशी की अध्यक्षता में अधिसूचना के फल स्वरुप हुई आपत्तियों को सुना गया। उसके बावजूद नगर पंचायत के निर्माण का मार्ग प्रशस्त नहीं हो पा रहा है। इधर गुरूवार को जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया द्वारा प्रस्तावित नगर पंचायत के अंतर्गत सरकारी भूमि पर बसे स्थानीय परिवारों की भूमि का विनयमती करण या पट्टा दिए जाने की मांग को लेकर बैठक बुलाई। इस बैठक में शामिल ग्राम प्रधानों ने बताया कि आम जनता अभी भी नगर पंचायत को लेकर असमंजस की स्थिति में है। इस बात को दूर करने के लिए एक बैठक बुलाई जाने की आवश्यकता है।
ग्राम प्रधानों ने कहा कि नगर पंचायत के निर्माण के बाद होने वाले लाभ तथा हानि के बारे में आम जनता को जागरूक किया जाना आवश्यक है। बैठक में तय किया गया कि 6 जनवरी को विकासखंड मुनस्यारी के सभागार में प्रस्तावित पंचायत को लेकर अंतिम बैठक बुलाई जाएगी। जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया द्वारा बैठक की सूचना जिलाधिकारी को देते हुए नगर पंचायत विशेषज्ञ, भूमि विशेषज्ञ, जल कर विशेषज्ञ, वन पंचायत विशेषज्ञ, पर्यटन विशेषज्ञ आदि को बैठक में आमंत्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस बैठक में नगर पंचायत को लेकर बनी असमंजस की स्थिति को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। बैठक में ग्राम प्रधान नवीन राम, कृष्णा सिंह सयाना, महेश सिंह रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य ईश्वर सिंह कोरंगा, सुरेंद्र सिंह बृजवाल,केदार वर्मा, कैलाश सिंह सुमत्याल, दीवान राम, रुक्मिणी देवी, पूर्व प्रधान तुलसी देवी, वन पंचायत सरपंच नाथू सिंह टोलिया, शंकर सिंह धर्मशक्तू जितेंद्र सिंह जेठा, कमलेश आर्या, बाला सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।