प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एक बार फिर कांग्रेस नेताओं पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी जल्द ही कुछ प्रमुख नेताओं से मनी लाउंड्रिंग, भ्रष्टाचार और अवैध लेन-देन से जुड़े मामलों में पूछताछ कर सकती है। इसके लिए ईडी ने कुछ नेताओं की संपत्तियों और बैंक लेनदेन की जांच तेज कर दी है।
जानकारी के अनुसार, ईडी कुछ नेताओं को जल्द समन भेज सकती है। जांच एजेंसी की निगाहें फिलहाल उन मामलों पर टिकी हैं, जिनमें पूर्व में अचल संपत्तियों की खरीद-फरोख्त, शेल कंपनियों के जरिए फंड ट्रांसफर और राजनीतिक फंडिंग के दुरुपयोग के संकेत मिले हैं।
ईडी ने पिछले दिनों कुछ ठिकानों पर छापेमारी कर डिजिटल और भौतिक साक्ष्य जुटाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि इन साक्ष्यों के आधार पर कुछ नेताओं की भूमिका की पुष्टि हुई है। जांच एजेंसी अब उनके मोबाइल डाटा, ईमेल और बैंकिंग ट्रांजेक्शंस का फॉरेंसिक विश्लेषण कर रही है।
ईडी की इस सक्रियता पर विपक्षी दलों, खासतौर से कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह कार्रवाई राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है। पार्टी का दावा है कि जांच एजेंसियों का इस्तेमाल सरकार विपक्ष को दबाने के लिए कर रही है।
सूत्रों की मानें तो अगले कुछ दिनों में ईडी कुछ नेताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकती है। इसमें पूछताछ, संपत्ति जब्ती और संभावित गिरफ्तारी की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है।