उत्तराखंड के काशीपुर में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें बचपन के दोस्त ने अपने साथी के साथ मिलकर अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। यह मामला तब उजागर हुआ जब मृतक के पिता ने हत्या की आशंका व्यक्त की। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या के पीछे पैसे के लेनदेन का मामला सामने आया है।
26 अगस्त को आवास-विकास निवासी शशांक डोभाल का शव खड़कपुर देवीपुरा के एक पानी से भरे खाली प्लॉट में मिला। शव के पास मृतक के पड़ोसी की कार भी पाई गई। मृतक के पिता ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस में तहरीर दी थी। गुरुवार को आईटीआई थाने में सीओ अनुषा बडोला ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने घटनास्थल पर मिली कार को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
जांच में पता चला कि घटना के दिन आवास विकास निवासी शिखर सक्सेना ने अपने दोस्त दीपक यादव और शशांक डोभाल के साथ कार से खड़कपुर देवीपुरा क्षेत्र में गए थे। शशांक और दोनों दोस्तों के बीच पैसों का लेनदेन था। उधार की रकम न चुकाने के कारण दोनों ने शशांक के साथ मारपीट की और उसे एक खाली प्लॉट में फेंक दिया। इसके बाद आरोपी कार को घटनास्थल पर छोड़कर फरार हो गए क्योंकि कार मिट्टी में फंस गई थी।
सीओ अनुषा बडोला ने बताया कि शशांक और शिखर बचपन के दोस्त थे और दोनों नशे के आदी थे। 25 अगस्त की शाम शिखर अपने पिता की कार लेकर शशांक और दीपक यादव के साथ खड़कपुर गए थे, जहां उन्होंने स्मैक का नशा किया। नशे के दौरान पैसे के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ, जिसके परिणामस्वरूप शिखर और दीपक ने शशांक को पानी से भरे प्लॉट में धक्का दे दिया। नशे की स्थिति में शशांक बाहर नहीं निकल पाया और पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी शिखर की निशानदेही पर शमशान घाट के पास से शशांक का मोबाइल भी बरामद किया है।