उत्तराखंड के रामनगर में सोमवार को कांग्रेस कार्यालय पर कब्जे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय व्यापारी नेता नीरज तेली के समर्थकों के बीच तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई। रानीखेत रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय पर कब्जे को लेकर पहले से चल रहे विवाद ने उस समय तूल पकड़ लिया जब व्यापारी नेता और उनके समर्थकों ने कार्यालय का ताला तोड़कर वहां अपना ताला लगा दिया।
सूचना मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और उन्होंने कार्यालय पर दोबारा कब्जा करते हुए भीतर मौजूद व्यापारी समर्थकों की अनदेखी कर बाहर से एक और ताला जड़ दिया। स्थिति के बिगड़ते ही पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे।
इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। तनावपूर्ण माहौल को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने रावत के कुछ समर्थकों को हिरासत में लिया।
घटना की जानकारी मिलने पर हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश और जसपुर विधायक आदेश चौहान भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के समर्थन में मौके पर पहुंचे और पुलिस के रवैये की आलोचना की।
पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने आरोप लगाया कि व्यापारी नेता नीरज तेली के साथ पूर्व में एक आपसी समझौता हुआ था, जिसे तेली ने नजरअंदाज करते हुए बिना किसी पूर्व सूचना के कार्यालय का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया। रावत ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन व्यापारी पक्ष को परोक्ष रूप से समर्थन दे रहा है।
समाचार लिखे जाने तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ मौके पर बनी हुई थी, वहीं पुलिस और सुरक्षा बलों ने कार्यालय को चारों ओर से घेर रखा था ताकि स्थिति को और बिगड़ने से रोका जा सके।