उत्तराखंड में निकाय चुनाव की सरगर्मी के बीच राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। इस दौरान कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के एक बयान ने सियासत में उबाल ला दिया है। मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने भाजपा पर तीखा हमला किया है।
गरिमा मेहरा ने कहा कि मंत्री सुबोध उनियाल का बयान भारतीय जनता पार्टी के चाल, चरित्र, चेहरा और घटिया मानसिकता को उजागर करता है। उन्होंने मंत्री द्वारा कोटद्वार में भाजपा प्रत्याशी शैलेंद्र रावत के चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह बयान महिलाओं के प्रति भाजपा की सोच को स्पष्ट करता है।
गरिमा ने कहा, “मंत्री सुबोध उनियाल ने सार्वजनिक सभा में यह बयान दिया कि सामान्य सीट पर कांग्रेस को एक मर्द का बच्चा नहीं मिला, इसलिए हमें एक महिला को लड़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह बयान भाजपा की महिलाओं के प्रति मानसिकता को दर्शाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की ऊंची विचारधारा यही है कि वह महिलाओं को पुरुषों से कमतर नहीं समझती, बल्कि उन्हें बराबरी का दर्जा देती है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा महिलाओं को द्वितीय श्रेणी का नागरिक मानती है और महिला सशक्तिकरण के बड़े-बड़े दावे करने वाली भाजपा वास्तविकता में महिलाओं को सम्मान देने में विफल रहती है।
गरिमा मेहरा ने मंत्री के बयान को समस्त महिला शक्ति का अपमान और अनादर करार दिया और उनसे प्रदेश की मातृशक्ति से माफी मांगने की मांग की, खासकर कोटद्वार से कांग्रेस प्रत्याशी रंजना रावत से क्षमा याचना करने की बात कही। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मंत्री सुबोध उनियाल का बयान भाजपा की संकीर्ण सोच और संस्कार को बेनकाब कर रहा है।