देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने शनिवार को एम्स, ऋषिकेश के यूरोलॉजी विभाग के तत्वावधान में यूरोलॉजिकल कैंसर विषय पर जन जागरूकता के उद्देश्य से ‘क्लोज द केयर गैप’ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने यूरोलॉजी विभाग द्वारा यूरोलॉजिकल कैंसर के प्रति जनसामान्य को जागरूक करने के लिए लिखित पुस्तक ‘आशा और उपचार’ का विमोचन व हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया। साथ ही विभाग द्वारा कैंसर जागरूकता हेतु लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में यूरोलॉजिकल कैंसर की बीमारी को मात देकर स्वस्थ हो चुके लाभान्वितों ने बीमारी के दौरान व रोबोटिक माध्यम द्वारा सर्जरी होने के बाद मिले स्वास्थ्य लाभ के अनुभव को अन्य लोगों के समक्ष साझा किया।
राज्यपाल ने कहा कि सरकार गांवों को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ने के लिए डेढ़ लाख से ज्यादा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर विकसित कर रही है। राज्यपाल ने डाक्टर्स से विशेष आग्रह करते हुए कहा कि हमें कैंसर से होने वाले डिप्रेशन से लड़ने में मरीजों और उनके परिवारों की मदद करनी है। राज्यपाल ने कार्यक्रम में उपस्थित जनों और हेल्थकेयर से जुड़े साथियों से कैंसर के प्रति जन जागरूकता फैलाने हेतु आग्रह किया।
इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि वह अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहें और नियमित तौर पर अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराते रहें। कार्यक्रम में संस्थान के बीएससी नर्सिंग की छात्राओं द्वारा प्रोस्टेट कैंसर की जानकारी एवं इलाज के लिए नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजन सचिव व यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. अंकुर मित्तल ने यूरोलॉजिकल कैंसर के लक्षणों, इलाज व सावधानियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग इस बीमारी के जड़मूल के लिए सततरूप से कार्य कर रहा है और अब तक विभाग में मूत्र रोग से जुड़े 500 से अधिक रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक किए जा चुके हैं। कार्यक्रम में टेलीमेडिसिन सोसाइटी ऑफ इंडिया के सचिव डॉ. एस. उमाशंकर, डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल, एम्स ऋषिकेश के शिक्षक, विद्यार्थी आदि मौजूद रहे।