अगर आप गूगल क्रोम का इस्तेमाल करते हैं तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। यूजर्स को अलर्ट रहने की सलाह देते हुए CERT-In ने कहा कि गूगल Chrome में बहुत से थ्रेट्स देखने को मिले हैं। इनकी वजह यूजर्स की सिक्योरिटी बाधित हो सकती है। हैकर्स इसका इस्तेमाल डेनियल-ऑफ-सर्विस अटैक (DOS) की स्थिति पैदा करने के लिए कर सकते हैं। आपको बतो दें, जब हैकर्स यूजर्स की पर्सनल जानकारी या कंप्यूटर सिस्टम में सेंधमारी करना डॉस कहलाता है। आइए इस बारे में जान लेते हैं।
Chrome को किया अलर्ट
CERT-In ने कहा कि गूगल क्रोम में बहुत से थ्रेट्स देखने को मिले हैं। इनकी वजह यूजर्स की सिक्योरिटी बाधित हो सकती है। हैकर्स इसका इस्तेमाल डेनियल-ऑफ-सर्विस अटैक (DOS) की स्थिति पैदा करने के लिए कर सकते हैं। दरअसल डॉस उसे कहते हैं जब हैकर्स यूजर्स की पर्सनल जानकारी या कंप्यूटर सिस्टम में सेंधमारी करने की कोशिश करते हैं।
ये यूजर्स रहें सावधान
सरकारी एजेंसी ने ये भी स्पष्ट बताया है कि किन यूजर्स को इस सिक्योरिटी अलर्ट को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इसके मुताबिक, विडोज और मैक के 122.0.6261.111/.112 यूजर्स को सतर्क हो जाना चाहिए। इसके अलावा 122.0.6261.111 लिनक्स यूजर्स को भी इस पर ध्यान देना चाहिए।
अपडेट कर लें Chrome
इन कमजोरियों की वजह से हैकर्स को लक्षित सिस्टम पर DoS स्थिति पैदा करने की अनुमति मिल सकती है। नए सिक्योरिटी थ्रेट्स का शिकार होने से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने विंडोज PC पर क्रोम ब्राउजर को नवीनतम वर्जन में अपडेट करें। ध्यान रहे अपडेट वह होना चाहिए जो क्रोम टीम द्वारा पहले ही जारी किया जा चुका है।