क्रिसमस के अवसर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 95 अफसरों को प्रमोशन देकर उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें नया तोहफा दिया है। इसमें 2000 बैच के सात और 2009 बैच के 38 अफसरों को प्रमोशन मिलते हुए प्रदेश की प्रशासनिक मशीनरी में बड़ा बदलाव होने वाला है। इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में जल्द ही कुछ महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे, जिसमें कई जिलों के जिलाधिकारी और कुछ प्रमुख सचिवों के तबादले हो सकते हैं।
प्रमोशन पाने वाले अफसर
आजमगढ़ के मंडलायुक्त मनीष चौहान और खाद्य आयुक्त सौरभ बाबू सहित सात वरिष्ठ आईएएस अफसरों को सचिव पद से प्रमुख सचिव पद पर पदोन्नत किया गया है। इसके अलावा, लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, कानपुर नगर के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह सहित 38 आईएएस अफसरों को जिलाधिकारी और विशेष सचिव से सचिव स्तर पर प्रमोशन मिला है। 2010, 2011 और 2012 बैच के 50 आईएएस अफसरों को सलेक्शन ग्रेड दिया गया है, जो उनकी कड़ी मेहनत और प्रशासनिक क्षमता को मान्यता प्रदान करता है।
आने वाले बदलाव
इन प्रमोशनों के साथ ही अब उत्तर प्रदेश में जल्द ही महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव भी होने वाले हैं। लखनऊ, कानपुर नगर सहित करीब एक दर्जन जिलों के जिलाधिकारी बदले जा सकते हैं। इसके अलावा, कुछ विभागों के प्रमुख सचिवों में भी बदलाव संभव है। जनवरी के अंतिम सप्ताह तक इन बदलावों की संभावना जताई जा रही है।
सचिव से प्रमुख सचिव बने अफसर
2000 बैच के आईएएस अफसरों में सौरभ बाबू, मनीष चौहान, रंजन कुमार, अनुराग यादव और रणवीर प्रसाद को सचिव से प्रमुख सचिव के पद पर प्रमोशन मिला है। इसके अतिरिक्त, इसी बैच के अमित गुप्ता और दीपक अग्रवाल भी प्रमोट हुए हैं।
2009 बैच के अफसरों को मिली सचिव पद की जिम्मेदारी
2009 बैच के आईएएस अधिकारियों में 18 अफसरों को जिलाधिकारी (विशेष सचिव) से सचिव पद पर प्रमोशन मिला है। इनमें लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, डॉ. रुपेश कुमार, नगरीय विकास विभाग के निदेशक अनुज झा, माला श्रीवास्तव, नितिन बंसल, मासूम अली सरवर, विजय किरण आनंद, भानूचंद्र गोस्वामी, प्रकाश बिंदु, एस.राजलिंगम, विवेक, भूपेंद्र एस. चौधरी, वैभव श्रीवास्तव, अजीत कुमार, प्रमोद कुमार उपाध्याय, संगीता सिंह, शुभ्रा सक्सेना, अदिति सिंह और इंद्र विक्रम सिंह का नाम शामिल है।